नवंबर 2025 में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने ‘द एमिशन गैप रिपोर्ट (EGR) 2025: ऑफ टारगेट-कंटिन्यूअस कलेक्टिव इनएक्शन्स पुट्स ग्लोबल टेम्परेचर गोल एट रिस्क’ शीर्षक से एक रिपोर्ट का 16वां संस्करण जारी किया। रिपोर्ट के अनुसार, ग्रीनहाउस गैसों (GHG) का वैश्विक उत्सर्जन 2024 में 57.7 गीगाटन कार्बन डाइऑक्साइड समतुल्य (GtCO2e) के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो 2023 उत्सर्जन की तुलना में 2.3% की वृद्धि दर्शाता है।

GHG उत्सर्जन में यह वैश्विक वृद्धि 2010 के दशक में वार्षिक औसत वृद्धि दर (0.6% प्रति वर्ष) से 4 गुना अधिक है, और 2000 के दशक में उत्सर्जन वृद्धि (औसतन 2.2% प्रति वर्ष) के बराबर है।

रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि भारत (+0.165GtCO2e) ने उत्सर्जन में साल-दर-साल सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की, इसके बाद चीन, रूस, इंडोनेशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका (US

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