सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड को लेकर गहरी चिंता जताई और कहा कि इस बढ़ते साइबर अपराध को अब “ लोहे के हाथों से निपटाया जाएगा ।” अदालत को गृह मंत्रालय (MHA) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की सीलबंद रिपोर्ट से जानकारी मिली कि अब तक भारतीय नागरिकों से करीब ₹3,000 करोड़ की ठगी हो चुकी है, जिनमें ज़्यादातर बुजुर्ग लोग हैं जिन्होंने अपनी पूरी जीवनभर की बचत खो दी।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ, जिसमें न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां और जॉयमाल्या बागची भी शामिल थे, ने कहा—
“अगर हम इस समस्या को अभी नहीं रोकेंगे या डरकर पीछे हटेंगे, तो यह और भयावह हो जाएगी। हम इसे लोहे के हाथों से सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
पीठ ने कहा कि रिपोर्ट में सामने आए तथ्य “चौंकाने वाले” हैं। ₹3,000 करोड़ का आंकड़ा सिर्फ भारत का है, और यह अंदाज़ा लगाना मुश्किल है कि वैश्विक स्तर प

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