सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को एल्गार परिषद–माओवादी लिंक मामले में गिरफ्तार कार्यकर्ता और कबीर कला मंच (KKM) की सदस्य ज्योति जगताप को अंतरिम जमानत दे दी। वह सितंबर 2020 से जेल में बंद हैं।

जस्टिस एम. एम. सुंदरेश और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने आदेश पारित किया। वरिष्ठ अधिवक्ता अपर्णा भट्ट, जो जगताप की ओर से पेश हुईं, ने बताया कि वह पाँच साल से अधिक समय से हिरासत में हैं। अधिवक्ता करिश्मा मारिया भी उनकी ओर से उपस्थित थीं।

जगताप पर आरोप है कि उन्होंने 31 दिसंबर 2017 को पुणे के शनिवारवाड़ा में आयोजित एल्गार परिषद कार्यक्रम में कबीर कला मंच के अन्य सदस्यों के साथ उकसाने वाले नारे लगाए और प्रस्तुति दी।

बॉम्बे हाई कोर्ट ने फरवरी 2022 के विशेष अदालत के आदेश को चुनौती देने वाली जगताप की अपील को पहले ही खारिज कर दिया था। हाई कोर्ट ने कहा था कि जगताप KKM की सक्रिय सदस्य थीं और कार्यक्रम के दौरान

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